गुजरात की 20 बालिकाएं मन की आंखों से करेंगी भस्म आरती दर्शन

मकर संक्रांति से कलेक्टर शशांक मिश्र के निर्देशन में दिव्यांगजनों को वीआईपी कोटे से भस्म आरती प्रदान की जा रही है।

उज्जैन। मकर संक्रांति से कलेक्टर शशांक मिश्र के निर्देशन में दिव्यांगजनों को वीआईपी कोटे से भस्म आरती प्रदान की जा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को प्रज्ञा चक्षु चेरिटेबल ट्रस्ट जूनागढ़ गुजरात की 20 दृष्टिबाधित बालिकाओं एवं उनके सहायकों को शनिवार को होने वाली भस्म आरती की अनुमति मन्दिर प्रशासन द्वारा जारी की गई। सभी बालिकाएं मन की आंखों से बाबा की आरती के दर्शन करेंगी। सभी ने अधिकारियों और कलेक्टर का हृदय से आभार व्यक्त किया। सहायक प्रशासक मूलचन्द जूनवाल का संस्था द्वारा दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मान किया गया।

 

प्रतिदिन दोपहर 12 से 4 बजे मिलेगी अनुमति

दिव्यांगों को भस्म आरती परमिशन दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक वीआईपी काउंटर पर दी जाएगी। इसमें कुल 20 दिव्यांगों की संख्या तय की गई है, साथ ही इनके साथ १-१ अटेंडर को भी वीआईपी कोटे से अनुमति दी जाएगी। अनुमति के दौरान उन्हें अपना विकलांगता का मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी किया गया प्रमाण-पत्र तथा उनके साथ परिवार के अटेंडर या सहायक का परिचय-पत्र उपलब्ध कराया जाना आवश्यक होगा। उल्लेखनीय है कि भस्म आरती में ऑनलाइन 800 तथा ऑफलाइन 450 के लगभग प्रतिदिन परमिशन प्रदान की जाती है। ऑफलाइन-ऑनलाइन परमिशन दिव्यांगजनों के लिए भी उपलब्ध रहेगी।

 

वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में दी कॅरियर की जानकारी

शासन के उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय को उच्च शिक्षा में छात्र-छात्राओं को अधिकतम प्रवेश दिलाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत शासकीय भीमराज रूईयां संस्कृत महाविद्यालय की प्रो. सीमा शर्मा, डॉ. गणेशप्रसाद द्विवेदी, अंजना नागर, एसके मेहता ने महाकाल मंदिर की वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में अध्ययनरत छात्रों को उच्च शिक्षा विभाग की योजना, महाविद्यालय के पाठ्यक्रमों की जानकारी तथा कॅरियर के अवसर की जानकारी दी। संस्था के प्रभारी प्राचार्य पीयूष त्रिपाठी मौजूद रहे

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